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Forgetting Hindi Explanation

Forgetting is written by Robert Lynd

Forgetting

Hindi Explanation of ‘Forgetting’

A list of articles lost by railway travellers and now on sale at a great London Station has been published, and many people who read it have been astonished at the absent mindedness of their fellows. If statistical records were available on the subject, however, I doubt whether it would be found that absent mindedness is common. It is the efficiency rather than the inefficiency of human memory that compels my wonder. Modern man remembers even telephone numbers. He remembers the adresses of his friends. He remembers the dates of good vintages. He remembers appointments for lunch or dinner. His memory is crowded with the name of actors and actresses and cricketers and footballers and murderers. He can tell you what the weather was like in a long-past August and the name of the provincial hotel in which he had a vile meal during the summer. In his ordinary life, again, he remembers almost everything that he is expected to remember. How many men in all London forget a single item of their clothing when dressing in the morning ? Not one in a hundred. Perhaps not one in ten thousand. How many of them forget to shut the front door when leaving the house ? Scarecely more. And so it goes on through the day, almost every body remembering to do the right thing at the right moment till it is time to go to bed and then the ordinary man seldom forgets to turn off the lights before going upstairs.

रेल यात्रियों द्वारा हुए हुए वस्तुओं की एक सूची अब बिक्री के लिए एक बड़े लंदन स्टेशन पर प्रकाशित किया गया है, और बहुत लोग जिन्होंने इसे पढ़ा अपने साथियों के भुलक्कड़पन पर आश्चर्यचकित हो गए है। फिर भी यदि लिखित आंकड़े इस बिषय पर उपलब्ध होते तो मुझे संदेह है कि पाया जाएगा कि भुलक्कड़पन साधारण होता है। यह मानव स्मृति की अकुशलता की अपेक्षा वास्तव में कुशलता है जो कि मेरे आश्चर्य को बाधित करता है। आधुनिक व्यक्ति टेलीफोन नंबरों को भी याद कर लेता है। वह अपने मित्रों के पत्तों को याद कर लेता है। वह अच्छे अंगूरों के समयो को याद कर लेता है। वह दोपहर तथा रात्रि के लिए निश्चित किए गए भोजन के समय को याद कर लेता है। उसकी स्मृति अभिनेताओं, अभिनेत्रियों, क्रिकेटरों, फुटबॉलरो तथा हत्यारों के नामों से भरी पड़ी होती है। वह आपको बता सकता है कि बीते हुए अगस्त महीने में मौसम कैसा था और उस स्थानीय होटल का नाम बता सकता है जिसमें उसने ग्रीष्म ऋतु के समय में एक खराब भोजन किया था। अपने साधारण जीवन में वह पुनः उन सभी चीजों को याद कर लेता है जो कि उससे याद रखने की आशा की जाती है। पूरे लंदन में कितने व्यक्ति जब सुबह में कपड़े पहन रहे होते हैं तो अपने कपड़े में से एक कपड़े को पहनना भूल जाते हैं? सौ में एक भी नहीं। संभवत 10000 में एक भी नही। उनमें से कितने व्यक्ति जब घर से विदा ले रहे होते हैं तो मुख्य दरवाजे को बंद करना भूल जाते हैं? बहुत कम लोग। और ऐसा दिन भर चलता रहता है लगभग प्रत्येक व्यक्ति सही समय पर सही चीजों को करना याद रखता है जब तक की सोने का समय न हो जाए और तब कभी-कभी साधारण व्यक्ति छत पर जाने से पहले लाईटस को बुझाना भूल जाता है।

There are, it must be admitted, some matters in regard to which the memory works with less than its usual perfection; it is only a very methodical man, I imagine, who can always remembers to take the medicine should his doctor has prescribed for him. This is the more surprising because medicine should be one of the easiest things to remember. As a rule, it is supposed to be taken before, or after meals, and the meal itself should be a reminder of it. The fact remains, however, that few but the moral giants remember to take their medicine regularly. Certain psychologists tell us that we forget things because we wish to forget them, and it may be that it is because of their antipathy to pills and potions that many people fail to remember them at the appointed hours. This does not explain, however, how it is that a life-long devotee of medicines like myself is as forgetful of them as those who take them most unwillingly. The very prospect of a new and widely advertised cure-all delights me. Yet, even if I have the stuff in my pockets, I forget about it as soon as the hour approaches at which I ought to swallow it. Chemists make their fortunes out of the medicines people forget to take.

कुछ मामलों के संदर्भ में यह अवश्य स्वीकार कर लेना चाहिए जिसमें स्मृति अपनी साधारणतया पूर्णतया की अपेक्षा कुछ कम ही कार्य करती है। मैं कल्पना करता हूं कि यह केवल एक बहुत ही नियमित व्यक्ति होता है जो कि अपने डॉक्टर के द्वारा दिए गए सुझाव पर दवा को खाना सदैव याद रख सकता है। यह और अधिक आश्चर्यजनक बात है क्योंकि दवा सबसे आसान याद रखने वाली चीजों में से एक होना चाहिए। एक नियम के अनुसार, इसे भोजन से पहले अथवा भोजन के बाद लेना माना जाता है और स्वयं ही भोजन को इसे याद दिला देना चाहिए। फिर भी तथ्य यह है कि कुछ लेकिन नियमित रूप से दवा लेने वाले अपनी दवाओं को नियमित रूप से लेना याद रखते हैं। कुछ मनोविज्ञान के जानकार हम लोगों को बताते हैं कि हम वस्तुओं को भूल जाते हैं क्योंकि हम उन्हें भूलने की इच्छा रखते हैं और ऐसा पीने वाली दवाई और गोलियों के प्रति उनके घृणा के कारण हो सकता है जिससे कि बहुत सारे लोग उन्हें निश्चित समय पर याद रखने में असफल हो जाते हैं। फिर भी यह स्पष्ट नहीं करता है कि कैसे मेरी तरह जीवन भर दवाओं को लेने वाला उनके प्रति उतना भूला हुआ है जैसे कि वे लोग जो इसे सबसे अनिच्छुक रूप से लेते हैं। एक नया तथा विस्तृत विज्ञापन सभी रोगों की एक दवा मुझे प्रसन्न कर देता है। फिर भी यदि मेरी जेब में दवा होती है तो मैं इसके बारे में भूल जाता हूं जो ही समय निकट पहुंचता है जिस पर कि मुझे यह निगल जाना चाहिए। दवा बेचने वाले दवाओं को बेचकर धन कमाते हैं और लोग उन्हें खाना ही भूल जाते हैं।

The most common form of forgetfulness, I suppose, occurs in the matter of posting letters. So common is it that I am always reluctant to trust a departing visitors to post an important letter. So little do I rely on his memory that I put him on his oath before handing the letter to him. As for myself, anyone who ask me to post a letter is a judge of character. Even if I carry the letter in my hand I am always past the first pillar box before I remember that I ought to have posted it. Weary of holding it in my hand, I then put it for safety into one of my pockets and forget all about it. After that, it has an unadventurous life till a long chain of circumstances leads to a number of embarrassing questions being asked, and I am compelled to produce the evidence of my guilt from my pocket. This, it might be thought, must be due to a lack of interest in other people’s letters; but that cannot be the explanation, for I forget to post some even of the few letters that I myself remember to write.

मैं मानता हूं कि भुलक्कड़पन का सबसे साधारण रूप पत्रों को पोस्ट करने के मामले में घटित होता है। यह इतना साधारण होता है कि एक महत्वपूर्ण पत्र को पोस्ट करने के लिए विदा ले रहे आगंतुक पर मैं विश्वास करने को सदैव ही अनिछुक रहता हूं। मैं उस पर इतना कम विश्वास करता हूं कि उसे पत्र दे देने से पहले मैं उसे उसकी कसम दिलाता हूं। जैसा कि मेरे लिए कोई एक पत्र को पोस्ट करने के लिए कहता है तो वह चरित्र का एक खराब निर्णायक है। प्रायः यदि मैं उस पत्र को अपने हाथ में ले लेता हूं तो मैं सदैव ही प्रथम पत्र पेटिका से गुजर जाता हूं मुझे याद रहने से पहले कि मुझे यह पोस्ट कर देना चाहिए था। अपने हाथ में इसे पकड़े हुए थक जाने पर मैं सुरक्षा की दृष्टि से इसे अपनी जेब में रख लेता हूं और इसके बारे में पूरी तरह से भूल जाता हूं। इसके बाद यह एक असुरक्षित जीवन कर देता है जब तक की प्रश्नों की एक लंबी श्रृंखला अनेक अपमानजनक प्रश्न पूछ नहीं लेती है और मैं अपनी जेब से अपनी अपराध के गवाह को प्रस्तुत करने के लिए मजबूर हो जाता हूं। इसमें यह सोचा जा सकता है दूसरों के पत्रों में रुचि की कमी के कारण। लेकिन यह स्पष्टीकरण नहीं हो सकता क्योंकि मैं स्वयं भी कुछ पत्रों को पोस्ट करना भूल जाता हूं जिनको कि मैं स्वयं लिखा होता हूं

As for leaving articles in trains and in taxies, I am no great delinquent in such matters. I can remembers almost anything except books and walking sticks and I can often remember even books. Walking sticks I find it quite impossible to keep. I have an old fashioned taste for them, and I buy them frequently but no sooner do I pay a visit to a friend’s house or go a journey in a train, than another stick is on its way into the world of the lost. I dare not carry an umbrella for fear of losing it. To go through life without ever having lost an umbrella-has even the grimmest-jawed umbrella-carrier ever achieved this ?

ट्रेनों तथा टैक्सियों में वस्तुओं को छोड़ने के प्रति ऐसे मामले में मैं एक बड़ा अपराधी नहीं हूं। किताबों तथा चलने वाली छड़ियों को छोड़कर मैं लगभग प्रत्येक चीजों को याद रख सकता हूं और प्रायः मैं किताबों को भी याद कर सकता हूं। चलने वाली छड़ीयों को याद रख पाना मैं बिल्कुल ही असंभव पाता हूं। उनके लिए मेरा पुराना रुचि रहा है लेकिन मैं बार-बार उन्हें खरीद ता रहता हूं लेकिन जूही मैं एक मित्र के घर अथवा ट्रेन में एक यात्रा पर जाता हूं तब दूसरी छड़ी भी अपने खोए हुए संसार में चली जाती हैं अर्थात खो जाती है। मैं एक छाते को खो जाने के डर से ले जाने का साहस नहीं करता हूं। संपूर्ण जीवन बगैर एक छाते को खोए व्यतीत करना ऐसा केवल बहुत ही गंभीर छाता ढोने वाला ही कर सकता है।

Few of us, however, have lost much property on our travels through forgetfulness. The ordinary man arrives at his destination with all his bags and trunks safe. The list of articles lost in trains during the year suggests that it is the young rather than the adult who forget things, and that sportsmen have worse memories than their ordinary serious-minded fellows. A considerable number of foolballs and cricket-bats, for instance, were forgotten. This is easy to understand, for boys, returning from the games, have their imaginations still filled with a vision of the playing-field and their heads are among the stars-or their hearts in their boots-as they recall their exploits or their errors. They are abstracted from the world outside them. Memories prevent them from remembering to do such small prosaic things as take the ball or the bat with them when they leave the train. For the rest of the day, they are citizens of dreamland. The same may be said, no doubt, of anglers who forget their fishing-rods. Anglers are generally said-I do not know with what justification-to be the most imaginative of men, and the man who is inventing magnificent lines on the journey to home after a day’s fishing is bound to be a little absent-minded in his behaviour. The fishing-rod of reality is forgotten by him as he daydreams over the feats of the fishing-rod of Utopia. His loss of memory is really a tribute to the intensity of his enjoyment in thinking about his day’s sport. He may forget his fishing-rod, as the poet may forget to post a letter, because his mind is filled with more glorious matter. Absent-mindedness of this kind seems to me all but a virtue. The absent-minded man is often a man who is making the best of life and therefore has no time to remember the mediocre. Who would have trusted Socrates or Coleridge to post a letter ? They had souls above such things.

फिर भी हमें से कुछ लोग ज्यादातर संपत्ति भुलक्कड़पन से अपनी यात्राओं पर खो चुके हैं। साधारण व्यक्ति अपने लक्ष्य पर अपनी पूरे सामान सहित सुरक्षित पहुंचता है। 1 वर्ष के दौरान ट्रेनों में खोए हुए वस्तुओं की सूची यह सुझाव देती है यह वास्तव में युवा व्यक्ति हैं वयस्क लोगों की अपेक्षा जो की वस्तुओं को भूल जाते हैं और खेल खेलने वाले खिलाड़ियों की स्मृति अपने साधारण गंभीर साथियों की अपेक्षा और भी अधिक खराब होता हैं। उदाहरण के लिए अत्यधिक मात्रा में फुटबॉल और क्रिकेट बैट भुला दिए गए थे। लड़कों के प्रति समझना आसान है कि खेलों से लौटते समय उनकी कल्पनाएं अभी भी खेल के मैदान के दृश्य से भरी होती हैं और उनका सिर तारों के बीच होता है अथवा उनके मन में भय होता है क्योंकि वें अपने वीरता के कारनामों को अथवा अपनी गलतियों को याद करते हैं। यें विचार इन्हीं दुनिया से बाहर कर देते हैं। स्मृति उन्हें ऐसी उबाऊ चीजों जैसे बैट अथवा बाल को साथ में लेने से याद रखने से रोकती है जब वे ट्रेन को छोड़ते हैं। शेष दिनों के लिए वे सपने की दुनिया में रहने वाले नागरिक हो जाते हैं। ठीक ऐसा ही बगैर संदेह के मछुआरों के बारे में कहा जा सकता है जो अपनी मछली पकड़ने वाली बंसी को भूल जाते हैं। मछुआरों के बारे में साधारण थे कहा जाता है, मैं नहीं जानता हूं कि किस तर्क से, सबसे अधिक कल्पनाओं में रहने वाले व्यक्ति और वह व्यक्ति जोकि 1 दिन की मछली पकड़ने के बाद घर पर अपनी शानदार यात्रा के बारे में सोच रहा होता है तो उसे अपने व्यवहार में कुछ भूल पाया जाता है। उसके द्वारा मछली पकड़ने की वास्तविकता की बंसी को भुला दिया जाता है क्योंकि वह अटोपिया के मछली पकड़ने के बंसी के साहसिक कारनामों के बारे में दिन में ही स्वप्न देखता है। उसकी विस्मृति वास्तव में उसके 1 दिन की मछली पकड़ने के प्रति अत्यधिक आनंद के लिए एक सम्मान की बात होती है। वह अपनी मछली पकड़ने की बंसी को भूल सकता है जैसे कि एक कवि एक पत्र को पोस्ट करना भूल जाता है क्योंकि उसका मस्तिष्क और अधिक शानदार चीजों से भरा होता है। इस तरह का भुलक्कड़ पन मुझे पूरी तरह से एक गुण प्रतीत होता है। भूला हुआ व्यक्ति एक ऐसा व्यक्ति होता है जो अपने जीवन को सर्वोत्तम बना रहा होता है इसलिए उसके पास साधारण चीजों को याद रख लेने के लिए समय नहीं होता है। सुकरात और कलर्जी के पत्रों को पोस्ट करने के मामले में कौन विश्वास किया होगा ? वे व्यक्ति ऐसे चीजों से बढ़कर थे।

The question whether the possession of a good memory is altogether desirable has often been discussed, and men with fallible memories have sometimes tried to make out a case for their superiority. A man, they say, who is a perpect remembering machine is seldom a man of first intelligence, and they quote various cases of children or men who had marvellous memories and who yet had no intellect to speak of. I imagin, however, that on the whole the great writters and the great composers of music have been men with excepetional powers of memory. The poets I have known, have had better memories than the stock-broker I have known. Memory, indeed, is half the substance of their art.

एक अच्छी स्मृति को अधिकार में रखना पूरी तरह से उचित होता है प्रायः इस बात पर चर्चा किया गया है, और कभी कभी कमजोर स्मृतियों वाले व्यक्तियों ने अपनी श्रेष्ठता को साबित करने का प्रयास भी किया। लोग कहते है कि एक व्यक्ति जो कि सब कुछ याद कर लेता है तो वह शायद ही प्रथम बुद्धिमत्ता वाला व्यक्ति हो, और वे भिन्न-भिन्न बच्चों तथा व्यक्तियों के मामलों का वर्णन करते हैं जिनके पास शानदार स्मृतियां थी फिर भी उनके पास बोलने की मानसिकता नहीं थी। फिर भी मैं कल्पना करता हूं कि संपूर्ण रूप से महान लेखक और महान संगीतज्ञ के पास शानदार स्मृतियां रही हैं। वे कवि जिनको मैं जानता हूं उनके पास मेरे द्वारा जाने के दलालों की अपेक्षा अधिक अच्छी स्मृतियां थी। वास्तव में स्मृति उनके कला का आधा भाग होती है।

On the other hand, statesmen seem to have extra ordinary bad memories. Let two statesmen attempt to recall the same event- what happened, for example, at some Cabinet meeting and each of them will tell you that the other’s story is so inaccurate that either he has a memory like a sieve or is an audacious preverter of the truth. The frequency with which the facts in the autobiography and speechs of statesmen are challenged, suggest that the world has not yet begun to produce ideal statesmen- men who, like great poets have the genius of memory and of intellect. combined.

दूसरी तरफ राजनीति के लोग असाधारण रूप से और अधिक खराब स्मृतियों के प्रतीत होते हैं। उदाहरण के लिए दो राजनीतिक लोगों को एक ही घटना को याद करवाने का प्रयास करायें कि मंत्रिमंडल की बैठक में क्या घटित हुआ था उनमें से प्रत्येक आपको बताएगा कि दूसरे की कहानी इतनी गलत है कि या तो उसकी स्मृति एक चलनी के समान हैं अथवा वह ठिठाई से सत्य को नष्ट करने वाला है। वह बारंबारता जिसके द्वारा राजनीतिक लोगों के भाषणों और आत्मकथाओं मैं तथ्यों को चुनौती दी जाती है सुझाव देती है कि अभी भी यह संसार आदर्श राजनीतिक लोगों को उत्पन्न करना शुरू नहीं किया है ऐसे व्यक्ति जिनके पास कवियों की तरह शानदार मानसिकता से जुड़ा हुआ स्मृति हो।

At the same time, ordinarily good memory is so common that we regard a man who does not possess it as eccentric. I have heard of a father who, having offered to take the baby out in a perambulator, was tempted by the sunny morning to pause on his journey and slip into a public-house for a glass of beer. Leaving the peramulator outside, he disappeared through the door of the saloon bar. A little later, his wife had to do some shopping which took her past the public-house, where, to her horror, she discovered her sleeping baby. Indignant at her husband’s behaviour, she decided to teach him a lesson. She wheeled away the perambulator, picturing to herself his terror when he would come out and find the baby gone. She arrived home, anticipating with angry relish the white face and quivering lips that would soon appear with the news that the baby had been stolen. What was her vexation, however, when just before lunch her husband came in smiling cheerfully and asking : ‘Well, my dear, what’s for lunch today ?” having forgotten all about the baby and the fact that he had taken it out with him. How many men below the rank of a philosopher would be capable of such absent-mindedness as this ? Most of us, I fear, are born with prosaically efficient memories. If it were not so, the institution of the family could not survive in any modern city.

फिर भी साधारण रूप से एक अच्छी स्मृति इतनी साधारण होती है कि जो व्यक्ति इसे नहीं रखता है हम उसे सनकी कहते हैं। मैंने एक पिता के बारे में सुना है जो कि एक बच्चे को एक बच्चा गाड़ी में बाहर ले गया और धूप खिले हुए सुबह में अपनी यात्रा पर रुकने के लिए और एक ग्लास बियर के लिए शराब की दुकान में घुसने के लिए आकर्षित हो गया। उस बच्चा गाड़ी को बाहर छोड़ते हुए वह शराब की दुकान के दरवाजे से चला गया अर्थात गायब हो गया। थोड़ी देर बाद उसकी पत्नी को कुछ खरीददारी करनी थी जिससे कि वह उस शराब की दुकान से गुजरी जहां व आतंकित हो गई वह अपने सोए हुए बच्चे पाई। अपने पति के विवाह पर क्रोधित होते हुए उसने उसे एक सबक सिखाने का निर्णय लिया। वह बच्चा गाड़ी को चलाकर ले गई अपने आप में अपने पति के भय की कल्पना करते हुए कि जब वह बाहर आएगा और बच्चे को गायब पाएगा। वह घर पहुंची आशा करते हुए की क्रोध की भावना और सफेद चेहरे तथा कांपते हुए ओठ जल्द ही इस समाचार के साथ दिखाई देगा कि बच्चे को चुरा लिया गया है। फिर भी उसकी क्या समस्याएं थी जब ठीक दोपहर के भोजन से पहले उसका पति प्रसन्नता पूर्वक मुस्कुराते हुए अंदर आया और पूछ रहा था अच्छा मेरी प्रिय आज दोपहर के भोजन के लिए क्या है? पूरी तरह से बच्चे के बारे में भूला हुआ और इस तथ्य को भुला हुआ कि वह उसे अपने साथ बाहर ले गया था। एक दार्शनिक के श्रेणी के नीचे कितने व्यक्ति इस तरह के भुलक्कड़पन के योग्य होंगे? हममें से ज्यादातर लोग अच्छी स्मृतियों के साथ जन्म लेते हैं ।यदि ऐसा न होता तो किसी भी आधुनिक शहर में परिवार की संस्था सुरक्षित न रह सकती।

Important Explanations with Reference to the Context of the lesson ‘Forgetting’

1. Certain psychologists ……. hours.

Reference – These lines have been taken from the lesson ‘Forgetting’ written by Robert Lynd.

Context – In these lines the writer points out that there are certain matters in which men are most forgetful.

Explanation – In these lines the writers says that there are some psychologists who explain why people forget their things. They say that it is their own desire which makes them forget a thing because they do not like it. This may be the reason for forgetting to take medicine. They dislike pills and doses of liquid medicine. In this way they forget to take medicines at fixed time.

2. It is the efficiency ……. the summer.

Reference – These lines have been taken from the lesson ‘Forgetting’ written by Robert Lynd.

Context – In these lines the wriyer tells us the things that a modern man usually keeps in memory.

Explanation – The lesson is on the human inefficiency of forgetting. But the writer says that he is rather surprised at the wonferful capacity of man usually possess. He further says that a modern man remembers telephone numbers and addresses of his friends. He remembers the dates of the best wines. He remembers invitations to lunch and dinner. There are names of popular actors, actresses, cricketers, footballers and murderers in his memory. A common modern man also remembers the weather as it had been months back. He also fails to forget the food he had long back taken in an old fashioned hotel.

Important question answer of the lesson ‘Forgetting’

Qu. 1 What do the people often forget ?

Ans. The people often forget to take medicines on time.

Qu. 2 What do certain psychologist tell us ?

Ans. Certain psychologists tell us that we forget things because we want to forget them.

Qu. 3 Why do we forget to take our medicine ?

Ans. We forget to take our medicine due to our antipathy to pills and potion.

Qu. 4 What does the modern man remember ?

Ans. The modern man remembers telephone numbers, the addresses of his friends, good wine and times owf lunch and dinner.

Qu. 5 what is the easiest thing to remember ?

Ans. To take medicine is the easiest thing to remember.

Qu. 6 who remember to take the medicine regularly ?

Ans. Moral giants remember to take the medicine regularly.

Qu. 7 Where do the players forget their footballs and bats ?

Ans. The players forget their footballs and bats in trains.

Qu. 8 What is said about an angler ?

Ans. It is said about an angle that he is most imaginative of men. He generally forgets his fishing rod.

Important fill in the blank questions of the lesson “Forgetting”

Fill in the blanks with the words given below :

(safe, seems, widely, citizens)

(i) The very prospect of a new and widely advertised cure-all is delightsome.

(ii) The ordinary man arrives at his destination with all his bags and trunks safe.

(iii) For the rest of the day they are the citizens of the dreamland.

(iv) Absent-mindedness of this kind seems to me all but a virtue.

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